उसके नये कपड़े आये हैं आज...
लाल फ्रॉक के साथ लाल फीते में बंधी चुटिया कितनी प्यारी लग रही है...
स्वेटर नहीं है...पड़ोस की मुनिया को मिल गया...
उसे खाँसी है, ज़्यादा ज़रूरत है...
दो ही थे.....एक इसके बाबा को दे दिया...
मैं और चुटिया वाली मेरी बेटी उनके शॉल में लिपट लेंगे....
फोटो वाली प्यारी बच्ची देखी हुई लग रही है.............शायद कभी देखा है ? वैसे पंक्तियाँ अतिसुन्दर हैं.......
ReplyDeleteधन्यवाद शिवा...हो सकता है बच्ची को आपने देखा हो..मेरे काफी करीब है...
ReplyDeleteIs it sana pics........?
ReplyDeleteसही पहचाना..
ReplyDeleteमैं और चुटिया वाली मेरी बेटी उनके शॉल में लिपट लेंगे...
ReplyDeleteये पढ़ कर एक मृदुल अहसास जागा, मैं मुस्कुरा रहा हूँ और आपकी "परी" बहुत क्यूट है.
धन्यवाद किशोर जी...
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